आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति। भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥ अर्थ- https://shivchalisalyricsinbengal93699.gigswiki.com/5109775/indicators_on_shiv_chalisa_lyrics_in_bengali_you_should_know