ॐ ह्रीँ सर्वपापनिवारिण्यै पद्मावत्यै नमः । खूखा छोड़ गरब में राखे, ताजी घड़ी बदाऊं बाला " त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये शनिवार के दिन पीपल के मूल में बैठकर दस हजार जप करने से भौतिक रोग तथा अभिचारिक कर्म समाप्त होते हैं। Safety from Negativity: It https://johnathanwslex.thechapblog.com/31615048/the-single-best-strategy-to-use-for-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra