मैंने कहा- माँ, इसमें इतना उदास होने की बात क्या है। तुमको तो खुश होना चाहिये कि मुझे तुम्हारे होंठ पसन्द आये। मैंने उनकी एक नहीं सुनी. मैं अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिए और किस करने लगा. फिर मैं सोफे पर बैठ गया और रीमा से बोला- आओ https://michaelx986zlu6.atualblog.com/profile